Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र में शराब को छोड़कर बाकी सभी गुटखा,तंबाखू,गांजा,अफीम आदि नशीले पदार्थों की विक्री और उत्पादन दोनों पर प्रतिबंध लगा है। इसके बावजूद महाराष्ट्र के सोलापुर में रहने वाला एक किसान ने जिला प्रशासन से गांजे की खेती करने की अनुमति मांगकर चौंका दिया। हलांकि जिला प्रशासन ने इस मांग को हास्यपद बताकर पुलिस को किसान का पत्र भेज दिया है। पुलिस ने इसे केवल पब्लिसिटी स्टेंटबाजी करार दिया।
दो एकड में गांजे की खेती की अनुमति मांगी
किसान ने जो तर्क दिया वो भी चौंकाने वाले है। कृषि उपज अन्नधान्य,साग सब्जी से किसानों को घाटा होता है। लागत तक नहीं निकल पाता। किसानों को अत्मनिर्भर बनाना है तो उसे गांजे की खेती करने की अनुमति दी जाए जैसे पंजाब में अफीम समेत कुछ अन्य राज्यों में विभिन्न नशीली खेती करने की इजाजत है। किसान का नाम अनिल पाटिल है। जिसने दो एकड में गांजे की खेती की अनुमति मांगी है। सोलापुर कलेक्टर को लिखे अपने पत्र में कहा कि कृुषि व्यवसाय घाटे में चल रहा है।
15 सितंबर तक गांजे की खेती की अनुमति मांगी
किसान ने जिला प्रशासन से 15 सितंबर तक अपने खेत में गांजे के पौधे उगाने की इजाजत देने को कहा और ऐसा न करने पर वह यह मान लेंगे कि उन्हें इसकी अनुमित दे दी गई है और 16 सितंबर से गांजे की खेती शुरू करे देंगे। उन्होंने अपने आवेदन में कहा कि अगर मेरे खिलाफ गांजे की खेती के लिए कोई मामला दर्ज होता है तो प्रशासन जिम्मेदार होगा।
किसान के आवेदन पर बोली पुलिस
मोहोल थाने के वरिष्ठ निरीक्षक अशोक सैकर ने कहा कि किसान का आवेदन महज एक पब्लिसिटी स्टंट है। उन्होंने कहा कि अगर वह इस तरह के कृत्य (गांजे की खेती) करता है, तो हम उसके खिलाफ मामला दर्ज करेंगे।