Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे मनपा के कर्मचारियों,अधिकारियों और विभिन्न कार्यों के लिए विभिन्न वाहनों का उपयोग किया जाता है। हालांकि अब से विभिन्न कार्यों में इस्तेमाल होने वाले मालिकाना पेट्रोल और डीजल वाहनों का उपयोग बंद कर दिया जाएगा, इसके बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों को किराए पर लेने का निर्णय लिया गया है। यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि पालिका द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कई वाहनों के इस्तेमाल की सीमा खत्म हो गई है। इसके अलावा पिछले एक साल में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए पालिका ने इसमें 6 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की है। पुणे पालिका के अपर आयुक्त कुनाला खेमनार ने यह जानकारी दी।
शहर में 200 चार्जिंग सेंटर
पुणे मनपा ने अब तक 7 इलेक्ट्रिक कारें अपने बेडे में शामिल कर चुकी है। साथ ही ई-वाहनों को बढावा देने के लिए शहर में 200 चार्जिंग सेंटर बनाने का निर्णय लिया। मुख्य प्रशासकीय इमारत(मनपा भवन) समेत सभी क्षेत्रिय कार्यालयों में चार्जिंग सेंटर बनाने का निर्णय लिया है।
राज्य सरकार के आदेश
इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए, राज्य सरकार ने हाल ही में पालिका को नए वाहन खरीदते समय ई-वाहनों का उपयोग करने का निर्देश दिया है। इससे निश्चित तौर पर पेट्रोल और डीजल पर वाहनों का इस्तेमाल कम होगा। यह वाहनों से होने वाले वायु और ध्वनि प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेगा। पालिका संचालन के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों की अधिकतम संख्या ई-कार होगी। इसकी शुरुआत नगर पालिका के एक्सपायर्ड वाहनों से की जाएगी।वाहन विभाग को इन वाहनों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
इतने करोड़ ईंधन की बचत होगी
वर्तमान में पुणे पालिका के पास 900 से अधिक वाहन हैं। पालिका को इन वाहनों के इस्तेमाल के लिए रोजाना करीब 7000 लीटर डीजल और 500 लीटर पेट्रोल की जरूरत होती है। इसके लिए हर साल पालिका के बजट में अलग से खर्च करना पड़ता है। इसके लिए लागत बहुत बड़ी थी। पालिका की आयु सीमा तक पहुंचने वाले वाहनों को कबाड़ में फेंक दिया जाएगा।