पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे जिले में कोरोना के हालातों का जायजा लेने के लिए आज पुणे के पालकमंत्री अजित पवार ने जिला अधिकारियों के साथ हाईलेवल की मीटिंग की। जिसमें यह फैसला लिया गया है कि पुणे जिला में कोरोना को कंट्रोल में रखने के लिए 1 जून के बाद लॉकडाउन बढ़ाना होगा। पुणे के मौजूदा हालात में कोई बदलाव नहीं होगा।
गुजरात को पैकेज,महाराष्ट्र को क्यों नहीं
महाराष्ट्र और गुजरात में आए चक्रवाती तूफान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवल गुजरात के लिए 1 हजार करोड के आर्थिक मदद पैकेज की घोषणा की। महाराष्ट्र के बारे में कोई विचार नहीं किया गया। अजित पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री को महाराष्ट्र के बारे में भी विचार करना चाहिए था। महाराष्ट्र में भी चक्रवाती तूफान से बर्बादी हुई। कई लोगों की जानें गई। घर धाराशायी हुए,खेत तबाह हो गए।इनके पीडितों को भी मदद की जरुरत थी। मगर केवल गुजरात को पैकेज देना और महाराष्ट्र को अछूता रखना यह तो न्यायसंगत नहीं है।
कोरोना की तीसरी लहर से लडने में सक्षम
महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों का ग्राफ अब गिर रहा है। रोगियों की संख्या प्रतिदिन 50,000 से 60,000 से बढ़कर अब 30,000 हो गई है। हालांकि,तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार पहले ही कदम उठा चुकी है। इसी पृष्ठभूमि में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि राज्य कोरोना की संभावित तीसरी लहर से लड़ने में सक्षम है। अजित पवार ने आज जिले के हालात की समीक्षा की। उस वक्त वह मीडिया से बात कर रहे थे। तीसरी लहर की संभावना मानते हुए ऑक्सीजन उत्पादन पर जोर दिया गया है। प्रदेश के धुले, नंदुरबार,गढ़चिरौली और चंद्रपुर जिलों में ऑक्सीजन उत्पादन में दिक्कत होने पर उद्योगों की मदद ली जाएगी। अजित पवार ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर उद्योगपतियों को रियायतें दी जाएंगी। विशेषज्ञों को डर है कि तीसरी लहर से बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा है। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ,पुणे जिले के 13 तहसीलों के साथ-साथ पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ मनपा में प्रत्येक में एक बाल चिकित्सा केंद्र शुरू करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में बच्चों के लिए कोविड सेंटर बनाए जाएंगे। वर्तमान में राज्य में म्यूकोमाइकोसिस पर इंजेक्शन की कमी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से इस बीमारी के लिए इंजेक्शन की आपूर्ति करने को कहा गया है।
पुणे में सबसे ज्यादा टीकाकरण
देश में सबसे ज्यादा टीकाकरण महाराष्ट्र में है और पुणे पहले स्थान पर है। हालांकि टीकाकरण की आपूर्ति नहीं की जा रही है जैसा कि होना चाहिए। जिन्होंने पहली खुराक ली है उन्हें दूसरी खुराक दी जा रही है। इसके लिए 18 से 44 आयु वर्ग के नागरिकों का टीकाकरण रोक दिया गया है। क्योंकि दूसरी खुराक लेने वालों को पहली प्राथमिकता दी जाती है। वैक्सीन के लिए केंद्र से संपर्क किया गया है। पुणे, मुंबई मनपा ने ग्लोबल टेंडर जारी किया है।