पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहर में हालांकि कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है,लेकिन जिले के ग्रामीण इलाकों में संक्रमण दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिला परिषद क्षेत्र में पिछले माह से प्रतिदिन औसतन दो हजार से अधिक नए मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में पिछले 15 साल से जिले की 48 ग्राम पंचायतों ने अपने-अपने गांव में कोरोना की घुसपैठ नहीं होने दी है। इसके अलावा 442 अन्य ग्राम पंचायतों को कोरोना से मुक्त किया गया है। जिला परिषद के अधिकार क्षेत्र में आने वाले पुणे और पिंपरी चिंचवड़ के आसपास के गांवों में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ये गांव मुख्य रूप से वाघोली,लोनीकंद,किर्कटवाड़ी, मंजरी बुद्रुक,मंजरी खुर्द,नांदेड़,कदमवाकवस्ती,कुंजिरवाड़ी,पेरने,केसनंद,बावधान,भुगांव,पिरंगुट,मारुंजी,हिंजवाड़ी,लवले,सूस,भुकुम,मान, हवेली तहसील के महल गांव मुख्य रूप से शामिल हैं। इन गांवों समेत जिले के 117 गांवों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
राज्य में पहला कोरोना मरीज 9 मार्च,2020 को पुणे शहर में मिला था। लेकिन पुणे जिले के ग्रामीण इलाके में पहला मरीज 10 मार्च, 2020 को हवेली तहसील में मंजरी ग्राम पंचायत की सीमा में मिला। उसके बाद हवेली के बाद वेल्हे तहसील में कोरोना के मरीज मिले। जिले में कुल 1 हजार 403 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से 913 ग्राम पंचायतों में फिलहाल कोरोना के सक्रिय मरीज हैं। शेष ग्राम पंचायतों में से 442 को मुक्त कर दिया गया है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुष प्रसाद ने कहा कि अन्य 48 ग्राम पंचायतों ने अभी तक कोरोना को प्रवेश नहीं करने दिया है।
ग्राम पंचायतों के हाई अलर्ट प्रमुख गांव- गवडेवाड़ी,अवसारी बुद्रुक,धामनी,कलांब,लांडेवाड़ी,मालेगांव बुद्रुक,पंडारे,वडगांव निंबालकर,कटेवाड़ी,होल,दोरलेवाड़ी (बारामती),शिंदेवाड़ी,सरोला,कांजले (भोर),यवत,बोरियांडी,खामगाँव,केडगाँव,गोपालवाड़ी (दौंड), निमगाँव केतकी,कलास,अकोले,कलांब,पलासदेव,निंबोडी (इंदापुर),पिंपरी पेंडार,शिरोली बुद्रुक,अले,ऊतूर बुचकेवाड़ी,डिंगोर,पिंपलवंडी,खरबवाड़ी,कुरुली,मेडनकरवाड़ी,नानेकरवाड़ी,निघोजे,शिरोली (खेड़),सोमाटाने,कुसगांव बुद्रुक (मावल),नीरा,वीर,नायगांव (पुरंदर),शिकारापुर,तलेगांव धामधेरे,करेगांव,मांडवागन फरता (शिरूर)।