पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे वानवाड़ी स्थित मिलिट्री मेडिकल कॉलेज की 55वीं बटालियन के 110 मेडिकल ट्रेनी को मिलिट्री मेडिकल सर्विस में समावेश किया जाएगा। इसमें 21 महिला प्रशिक्षु भी शामिल हैं। दीक्षांत संचलन समारोह को रद्द कर दिया है। एएफएमसी के निदेशक और चीफ लेफ्टिनेंट जनरल नारदीप नैथानी की मौजूदगी में एक छोटा सा कार्यक्रम आयोजित किया गया। नथानी ने नव नियुक्त अधिकारियों को देश के सर्वश्रेष्ठ एकीकृत चिकित्सा संगठन एएफएमएस में प्रवेश पर बधाई दी। इस बैच में 2016 में प्रवेश करने वाले सभी प्रशिक्षुओं ने डिग्री हासिल कर सफलता हासिल की है। नथानी ने कहा, कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई जारी है,ये प्रशिक्षु कोरोना योद्धाओं के रूप में सेवा में प्रवेश कर रहे हैं। उन्हें अपने रोगियों को सर्वोत्तम सेवा प्रदान करने के लिए एएफएमसी में अर्जित ज्ञान और कौशल का उपयोग करना चाहिए।
इन प्रशिक्षुओं को कोविड केयर सेंटरों में काम करने के लिए दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के बेसिक लाइफ सपोर्ट और एडवांस्ड कार्डिएक लाइफ सपोर्ट कोर्स भी पूरे किए हैं। इन चिकित्सा अधिकारियों को देश भर के 31 एएफएमएस अस्पतालों में तुरंत इंटर्न के रूप में भर्ती किया जाएगा। इन अस्पतालों को सैन्य कर्मियों सहित नागरिकों के लिए विशेष रूप से कोविड अस्पताल के रूप में नामित किया गया है।
महिला कैडेटों पर दांव लगाया
प्रशिक्षण के दौरान उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले मेडिकल छात्रों को कार्यक्रम में नैथानी द्वारा ट्राफियां,पदक और पुरस्कार प्रदान किए गए। इसमें विनीता रेड्डी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक के साथ कलिंग ट्रॉफी और डीजीएएफएमएस स्वर्ण पदक की प्राप्तकर्ता थीं। कॉलेज कैडेट कप्तान सुयश सिंह को उनके दूसरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए मेजर जनरल एनडीपी करणी ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। निकिता दत्ता को एमबीबीएस परीक्षा में शीर्ष अंक हासिल करने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल थापर गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।
सेना में प्रवेश करने वाले अधिकारियों की संख्या
94 – सेना
10 – वायु सेना
6 – नौसेना