पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में रहने वाली एक हिन्दू माँ ने बेटी से अपनी अंतिम इच्छा में कहा कि अगर रमजान के पवित्र महिने में उसकी मौत हो जाए तो उसे जलाया नहीं दफनाया जाए। बेटी ने अपनी माँ की अंतिम इच्छा पूरी की। यह मामला पुणे के इंदिरानगर का है। यहां रहने वाली छगनबाई किशन ओव्हाल ने अपनी बेटी लक्ष्मी से अंतिम इच्छा व्यक्त की थी।
बुधवार को 72 वर्षीय छगनबाई को येरवडा के जय जवान नगर के कब्रिस्तान में दफनाया गया। इन्हें कई सालों से गठिया की तकलीफ थी। मंगलवार को अचानक तबियत बिगडी और शिवाजी नगर के जम्मबो अस्पताल में ले जाते समय रास्ते में दम तोड दी। ससून के डॉक्टरों ने कोरोना की पुष्टि की है। मृत्यू प्रमाण पत्र के बाद कोरोना नियम के अनुसार शव को जलाया जाता है। लेकिन बेटी ने अपनी माँ की अंतिम इच्छा पूरी करने की जिद पकड ली। डॉक्टर भी परेशान हुए,आखिर में बूढी माता की अंतिम इच्छा पूरी करने की अनुमति मिली।
अस्पताल के कर्मचारी दफनाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे लेकिन मुस्लिम मंच के अध्यक्ष अंजुम इनामदार समेत मुस्लिम समाज के अन्य लोग इंसानियत को निभाया और नमाज अदा कर दफनाया गया।