पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे शहर में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है। बढ़ती आबादी के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा रही है। शहर में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की उपलब्धता पर सवाल उठे है। हकीकत यही है कि पुणे में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं है। कोरोना अवधि के दौरान पीएम केयर फंड से पुणे शहर को प्राप्त 58 वेंटिलेटर खराब हो गए है। ये ससून अस्पताल में वेंटिलेटर हैं,जिसमें कोरोना के सबसे अधिक रोगी है।
यह बात शनिवार को यहां विभागीय आयुक्त कार्यालय में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बीच बैठक के दौरान ससून अस्पताल के डीन ने कही। पुणे शहर शुरू से ही वेंटिलेटर की कमतरता से जूझ रहा है। इसलिए केंद्र सरकार ने एक बार फिर पुणे को 165 वेंटिलेटर प्रदान करने की घोषणा की है। इस वेंटिलेटर के आने के लिए नागरिकों को एक बार फिर इंतजार करना होगा। लेकिन इससे पहले पीएम केयर फंड से प्राप्त 58 वेंटिलेटर क्षतिग्रस्त हो गए थे जिसके कारण ससून हॉस्पिटल की हालत दयनीय हो गई थी।