मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) जहां महाराष्ट्र में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है,वहीं पुणे में रोगियों की संख्या सबसे अधिक है और सक्रिय रोगियों की संख्या भी बढ़ी है। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ आज मुंबई उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई्। अदालत ने पुणे में सक्रिय रोगियों की संख्या पर आश्चर्य व्यक्त किया है। पुणे में कोरोना रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है,उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को पुणे में पूर्ण तालाबंदी करने का निर्देश दिया है। मुंबई उच्च न्यायालय ने आज कोरोना से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई की। कोरोना की इस दूसरी लहर में कोरोना रोगी संख्या और सक्रिय मामलों के मामले में पुणे शहर हमेशा सबसे आगे रहा है। यह मुंबई से भी आगे है। राज्य के महाधिवक्ता आशुतोष कुंभकोनी ने मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति गिरीश कुलकर्णी की पीठ के समक्ष कोरोना के सक्रिय रोगियों के नवीनतम आंकड़े प्रस्तुत किए्। उस समय पुणे में बड़ी संख्या में प्रवासियों की वजह से संख्या बढ़ सकती है
यदि कोरोना रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है,तो पुणे में पूर्ण लॉकडाउन होना चाहिए्। राज्य सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, मुंबई उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पांच शहरों में तालाबंदी का निर्देश दिया था। उसके खिलाफ राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट गई्। शीर्ष अदालत ने कहा था कि यह फैसला राज्य सरकार को लेना चाहिए। इसलिए हम अपनी सीमाओं को पार नहीं करना चाहते है। हालांकि स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार को गंभीरता से राज्य सरकार को संकेत देने पर विचार करना चाहिए। योगी सरकार ने कोर्ट के निर्देश का पालन नहीं किया। अब देखना है कि महाराष्ट्र सरकार कोर्ट का आदेश का पालन करते हुए पुणे में संपूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लेती है या नहीं?