पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे पुलिस ने रेमडिसवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के संबंध में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक प्रतिष्ठित अस्पताल की नर्स भी शामिल है। महंगे मूल्यों पर रेमडिसवीर इंजेक्शन बेचते हुए यह कार्रवाई की गई है।
फर्जी ग्राहक बनकर किया युवक गिरफ्तार
पकड़े गए दो आरोपी पृथ्वीराज मुलिक और नर्स नीलिमा घोडेकर ह््ैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति भारती विश्वविद्यालय के परिसर में अधिक कीमत पर रेमडिसवीर इंजेक्शन बेच रहा है। उसके बाद, पुलिस ने नकली ग्राहक भेजने और अधिक महंगे इंजेक्शन देने के दौरान पृथ्वीराज मुलिक को गिरफ्तार किया।
नर्सों को भी हथकड़ी पहनाई गई
आगे पूछताछ करने पर गिरफ्तार युवक ने बताया कि अपनी प्रेमिका नीलिमा घोडेकर से इंजेक्शन लिया था। नीलिमा पिंपरी चिंचवड परिसर के वाकड के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में नर्स के रूप में काम करती है। पुलिस ने जाल बिछाकर दोनों को गिरफ्तार किया। रेमडिसवीर इंजेक्शन के काले बाजार पर अंकुश लगाने के लिए पुणे पुलिस ने एक विशेष अभियान शुरू किया है। इसके लिए पुलिस के दस विशेष दस्तों को नियुक्त किया गया है।
नांदेड़ में भी कार्रवाई
नांदेड़ में स्थानीय अपराध शाखा ने कुछ दिनों पहले चार लोगों को अत्यधिक दरों पर रिमेडिविसिर बेचने के लिए गिरफ्तार किया था। उनके पास से सात इंजेक्शन जब्त किए गए ह््ैं। फर्जी ग्राहक भेजकर स्थानीय अपराध शाखा पुलिस निरीक्षक द्वारकादास चिखलीकर द्वारा कार्रवाई की गई्। जबकि मूल कीमत कम थी,रेमडिसवीर इंजेक्शन 8,000 रुपये में बेचा जा रहा था। पुलिस टीम ने आरोपी वीरभद्र स्वामी,बाबा पडोले,बालाजी धोंडे और विश्वजीत कांबले को गिरफ्तार किया।