पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना के बढ़ते प्रचलन के कारण पुणे में स्वास्थ्य प्रणाली निकट पतन की स्थिति में है। एक ऐसा मामला जो कुछ भी नया नहीं है। हालांकि अब पुणे जिला परिषद (पुणे जेडपी) ने लाखों रुपये का पैकेज देने के लिए तत्परता दिखाई है, लेकिन डॉक्टर उपलब्ध नहीं ह््ैं। इसलिए पुणे में स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ डॉक्टरों की कमी की भी चर्चा है।
पुणे जिला परिषद एमडी चिकित्सकों और एमबीबीएस डॉक्टरों की भर्ती करना चाहता है। इन दोनों पदों के लिए क्रमश: 30 और 100 सीटें भरी जानी ह््ैं। अब जिला परिषद भी इन दोनों पदों के लिए भारी वेतन का भुगतान कर रहा है। जिला परिषद ने एमडी चिकित्सक के पद के लिए प्रति माह 1.5 लाख रुपये और एमबीबीएस डॉक्टरों के लिए 90,000 रुपये प्रति माह का भुगतान करने की तत्परता दिखाई है। हालांकि इस सब के बावजूद, जिला परिषद को अभी तक डॉक्टर नहीं मिले है।
जिला परिषद पिछले महीने से योग्य उम्मीदवारों की तलाश कर रहा है। हालांकि, डॉक्टरों ने जिला परिषद के प्रस्ताव में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इसलिए जिला परिषद ने अब कर्नाटक और तेलंगाना सहित 11 राज्यों में समाचार पत्रों में विज्ञापन दिए ह््ैं। इसलिए यह देखा जाना बाकी है कि जिला परिषद की तलाश जल्द ही खत्म हो जाएगी या नही्ं।
हजार 696 लोगों का इलाज चल रहा है। उनमें से 1,267 की हालत गंभीर है। आज के आंकड़ों के साथ, पुणे में कोरोना रोगियों की कुल संख्या 3 लाख 71 हजार 824 तक पहुंच गई है। उनमें से 3 लाख 10 हजार 965 ने कोरोना पर काबू पाया। इसलिए 6 हजार 163 लोग पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो गए है।
पुणे में कोरोना स्थिति
पुणे में रोगियों की संख्या आज 4 हजार 587 बढ़ गई है। कोरोना के कारण 6 हजार 473 मरीजों की मौत हुई है। पुणे में एक दिन में कोरोना के कारण 76 मरीजों की मौत हो गई्। उनमें से 22 पुणे के बाहर के थे। वर्तमान में पुणे में 54