पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे जिले के शहरी इलाकों को छोडकर अब कोरोना ग्रामीण इलाकों का रुख कर लिया है। शहर में कोरोना की लगातार रफ्तार धीमी दिखाई दे रही तो ग्रामीण आंचलों में डेरा डाल दिया है। 143 गांवों को अलर्ट घोषित किया गया जिसमें से 13 नगरपालिका और 3 ग्रामपंचायत के गांव शामिल है। कुल 3841 गांवों को प्रतिबंधित घोषित किया गया है।
जहां एक ओर शहर में कोरोना के मरीजों की संख्या में कमी आ रही है,वहीं दूसरी ओर ग्रामीण इलाकों में घटनाएँ बढ़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोगियों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए है। 266 ग्राम पंचायतों,नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में सबसे अधिक मरीजों के साथ प्रासंगिक गांवों की घोषणा की गई है। तालाबंदी अवधि में भी ग्राम पंचायतों,नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में रोगियों की संख्या बढ़ रही है। संबंधित गांवों और ऐसे क्षेत्रों में जहां मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है,ऐसी चेतावनी कलेक्टर डॉ. राजेश देशमुख ने दी है। जिले के 13 तहसील में 3841 प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किए गए है। जिले में अब तक तीन हजार से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है,जबकि दो लाख 14 हजार 161 मरीज संक्रमित पाए गए है।
अलर्ट में 143 गांव,13 नगर पालिका और तीन नगर पंचायत शामिल है। साथ ही 107 गांवों में चेतावनी जारी की गई है। अलर्ट पर गांव हवेली,खेड़,जुन्नार,बारामती,इंदापुर,पुरंदर और शिरूर तहसील नगरपालिका,नगर पंचायत और ग्राम पंचायत है। चेतावनी देने वाले गांवों में अम्बेगांव,बारामती,इंदापुर,पुरंदर और शिरूर तहसील शामिल है। इस संबंध में रोगियों की संख्या को कम करने के लिए निवारक उपाय करने के निर्देश दिए गए है।
ग्रामीणों को अलर्ट किया
नगर पालिका-बारामती,भोर,दौंड,इंदापुर,जुन्नर,चाकन,आलंदी,राजगुरुनगर,लोनावला,तालेगांव दाभाडे,जेजुरी,सासवाड़ और शिरूर नगर पंचायत-तलेगाँव,देहू,वडगाँव इनके अलावा,शिरूर तहसील में 20 गाँव,हवेली में 19 गाँव,खेड़ में 16,मुलशी में 14, जुन्नार में 13,बारामती में 11,अंबेगांव और इंदापुर में 10,पुरंदर और दौंड में नौ-नौ,भोर में छह गाँव ह््ैं। मावल में पांच और वेला में एक गांव शामिल है।