पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना रोगियों के लिए रेमेडिसिवर इंजेक्शन बिना भटकाव के आसानी से मिल जाए इसके लिए पुणे जिलाधिकारी ने कुछ केंद्रों की सूची नंबर के साथ जारी किए थे। लेकिनि कोरोना मरीज जब इस नंबर पता पर संपर्क करते है तो नॉट रिचेबल की धून सुनाई देती है। जब लोग प्रत्यक्ष इन केंद्रों पर जाते है तो रेमडिसिवार इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है ऐसा बताया जाता है।
केंद्र संख्या संपर्क क्षेत्र के बाहर है ।अतःयह स्पष्ट है कि संख्या सामान्य नागरिकों के लिए इंजेक्शन देन के लिए केंद्र असमर्थ है। अब एक हफ्ते के लिए शहर के नागरिकों को रेमेडिसवीर इंजेक्शन लेने के लिए कडी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। इसलिए, रोगियों के रिश्तेदारों को पाने की कोशिश करने के लिए बड़े अस्पतालों के साथ-साथ ड्रग डीलर भी संगठन के कार्यालय के बाहर कतार में हैं। विभागीय आयुक्त सौरभ राव ने कहा कि अस्पतालों को मरीजों को इंजेक्शन उपलब्ध कराना चाहिए्। वहीं कलेक्टर डॉ. राजेश देशमुख के कार्यालय ने शहर में उनके और उनके संपर्क नंबरों को पुनः प्राप्त करने के लिए स्थानों की एक सूची जारी की।
हालाँकि यह स्पष्ट हो गया है कि यह सूची नागरिकों के लिए भी उपयोगी नहीं है। जब एनसीपी के प्रवक्ता अंकुश काकड़े ने इन नंबरों से खुद संपर्क करने की कोशिश की, तो पाया गया कि ज्यादातर नंबरों को ब्लॉक कर दिया गया था। काकड़े ने कहा कि जिला कलेक्टर के कार्यालय से प्राप्त सूची ने प्राप्तकर्ता का स्थान और संपर्क नंबर प्रदान किया। हालांकि दवा बिक्री केंद्र का नाम, पता नहीं है। इसलिए मरीज के परिजन वहां जाकर दवा लेने की कोशिश नहीं कर पाएंगे। मैं सूची में लगभग हर नंबर को खुद कॉल करता हूं, लेकिन यह एक भी नंबर रिसिव नहीं होता है। कहा जाता है कि नंबर एक अनुपलब्ध या बंद है। इन सभी मामलों में मरीजों के परिजन इधर उधर भटक रहे हैं, इसलिए जिला प्रशासन को इस मुद्दे पर तुरंत कोई रास्ता निकालने की जरूरत है।
सोमवार (12 अप्रैल) को पुणे शहर और जिले को 6,000 इंजेक्शन की आपूर्ति की गई थी। आपूर्ति कंपनी के डिपो और स्टॉकिस्टों द्वारा सीधे कोरोना के इलाज वाले अस्पतालों द्वारा शुरू की गई थी। अस्पतालों ने यह जांच करने के लिए आठ टीमें तैनात की हैं कि क्या ये इंजेक्शन उन मरीजों को दिए जाते हैं जिन्हें उनकी जरूरत है। टीमें अपने रिकॉर्ड की जांच के लिए संबंधित अस्पतालों और थोक दवा विक्रेताओं का दौरा कर रही हैं। अस्पतालों और उनके संबद्ध दवा डीलरों को हर शाम 7 बजे रीमेडिविविर इंजेक्शन की खरीद और उपयोग की रिपोर्ट करना आवश्यक है।