पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) शहर में कोरोना मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। गुरुवार का आंकड़ा ढाई हजार के आंकड़े को पार कर गया है। पिंपरी-चिंचवड शहर में लगभग 7,000 रोगियों का नगरपालिका और निजी कोविड केंद्र में इलाज चल रहा है, जबकि 15,000 से अधिक मरीज़ होम सेग्रीगेशन में है। इस स्थिति को देखते हुए पालिका प्रशासन पर काफी तनाव है। हमें निजी कोविड केंद्र की जरूरतों को पूरा करने और नगरपालिका कोविड केंद्र को ठीक से चलाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। कोविड सेंटर की वर्तमान व्यवस्था बदलना घातक साबित हो सकता है। ऐस पालिका विरोधी नेता राजू मिसाल ने कहा।
वर्तमान में ऐसी स्थिति में कोविड केंद्र नेता प्रतिपक्ष राजू मिशाल ने कहा कि पुलिस ने उस अपराध पर कार्रवाई की है जिस पर नगरपालिका परिषद की बैठक में चर्चा की गई थी। अब यह सभी तरह के कठघरे में है। अपराध के दोनों पक्षों को सुनने के बाद, अदालत अपराधियों को उचित सजा देगी। हालांकि, सिस्टम को बाधित नहीं किया जाना चाहिए ताकि पेट के रोगियों को उपेक्षित न किया जाए मेयर माई ढोरे ने ऑटो क्लस्टर कोविड केंद्र और जंबो कोविद केंद्र दोनों को बदलने का मुद्दा उठाया क्योंकि कुछ लोगों ने अपना भाग्य खो दिया और अपराध किए्। लेकिन यह एक कर्मचारी से रिश्वत लेने या आरोपी के पिंजरे में मेयर को रखने के लिए आयुक्त को हथकड़ी लगाने जैसा है क्योंकि एक नगरसेवक ने अच्छा व्यवहार नहीं किया। इसके अलावा, वर्तमान कठिन परिस्थिति में, मरीज प्रबंधन के मामले में इन दोनों कोविड केंद्रों के संचालन को बदलना शहर के लिए खतरनाक है।
सेंटर ऑटो क्लस्टर और जंबो कोविड केयर गरीब कोविड रोगियों को नैदानिक चिकित्सा सुविधा प्रदान करते हैं जो नगरपालिका प्रणाली पर निर्भर करते है। इन दो कोविड देखभाल केंद्रों के प्रबंधन को अधिक रोगी-अनुकूल और सुरक्षित बनाना नए प्रबंधन को शुरुआत से फिर से मौका देने की तुलना में आसान होगा। पिंपरी चिंचवड़ पालिका की सामान्य बैठक में महापौर ने आयुक्त को दस दिनों के भीतर जंबो और ऑटो क्लस्टर कोविड केंद्रों के प्रबंधन को बदलने का निर्देश दिया है। शहर की आम जनता को उम्मीद है कि सभी पार्टी नगरसेवक,नेता और स्थानीय नेता इन आदेशों पर पुनर्विचार करेंगे और शहर के सबसे गरीब मरीजों को सुरक्षित चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए उचित कदम उठाएंगे। अब इन सभी चर्चों पर निर्भर है कि वे अच्छी चिकित्सा सुविधा प्रदान करके या उन्हें निराश करके आम जनता को आश्वस्त करे्ं।