पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे मनपा ने बढते प्रदुषण को नियंत्रित करने के लिए साइकिल चलाने का बढावा दे रही है। लेकिन अनावश्यक जगह पर साइकिल लेन बनाकर करोडों रुपये की बर्बादी हो रही है। स्वारगेट-खडकवासला मार्ग पर साइकिल चलाने की कोई संभावना नहीं है। पालिका ने करोडों रुपये बर्बाद किए हैं। शास्त्री रोड,शंकरखेत रोड सहित उपनगरों में संकीर्ण सड़कों पर साइकिल लेन के विकास की निविदा प्रक्रिया पालिका की ओर से की जा रही है। इस सड़क पर अपर्याप्त स्थान को देखते हुए एक साइकिल पथ विकसित करना लगभग असंभव है।
अगले कुछ दिनों में वन्देवी मंदिर से वंजले चौक,पौड फाटा से चांदनी चौक,लाल बहादुर शास्त्री रोड से दांडेकर ब्रिज तक महालक्ष्मी मंदिर और कर्वेनगर में शंकरशेठ रोड तक साइकिल पथ विकसित करने का काम किया जाएगा। साइकिल पथ को विकसित करने के पालिक के फैसले से विवाद होने की संभावना है। बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पालिक ने साइकिल के उपयोग को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। इसके तहत पालिका ने एकीकृत विकास योजना तैयार की है। यह योजना कागज पर है। इसके अलावा,स्मार्ट सिटी और पालिका द्वारा संयुक्त रूप से लागू की गई किराये की साइकिल योजना भी शुरू की गई है। हलांकि पालिका ने शहर में नए साइकिल मार्गों को विकसित करने की नीति अपनाई है क्योंकि साइकिल मार्गों के विकास के लिए बजट में प्रावधान है।
तथ्य यह है कि दांडेकर ब्रिज,लाल बहादुर शास्त्री रोड पर साइकिल पथ विकसित करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इस सड़क पर एक फ्लाईओवर है। दांडेकर ब्रिज,लाल बहादुर शास्त्री रोड मूल रूप से यातायात के लिए अपर्याप्त है। यह संदेहास्पद है कि इस स्थिति में साइकिल पथ कैसे विकसित होगा। हलाँकि इस अवसर पर यह स्पष्ट हो रहा है कि पालिका के प्रयास केवल पैसों की बर्बादी के लिए किए जा रहे हैं। शहर की साइकिल लेन की हालत खराब है। जहां साइकिल लेन हैं,तथ्य यह है कि उनका उपयोग अपेक्षित रूप से नहीं किया जा रहा है। कई मार्गों में कोई निरंतरता नहीं है और अधिकांश मार्गों में विभिन्न प्रकार के अतिक्रमण हैं। पिछले चार वर्षों में पुणे मनपा 24 किमी लंबे साइकिल मार्गों को विकसित करने में सक्षम रहा है। समय-समय पर यह बताया गया है कि सातारा रोड,जंगली महाराज रोड,फर्ग्यूसन रोड,कर्वेनगर रोड,कोथरुड़ में साइकिल मार्गों का उपयोग नहीं किया जा रहा है।
पुणे पालिका के पास अपने वर्तमान वित्तीय वर्ष को पूरा करने के लिए दो महीने हैं। वर्तमान में पालिका की आय बढ़ रही है। साइकिल पथ के विकास,कंक्रीटिंग,सीवर की मरम्मत,फुटपाथों के विकास के प्रस्ताव बड़ी संख्या में आने लगे हैं। यद्यपि साइकिल योजना को बंद कर दिया गया है। कोरोना संदूषण के कारण कार्यों की प्राथमिकता तय करने और अनावश्यक अपव्यय को रोकने के लिए आयुक्त का आदेश भी कागजों पर ही सिमट कर रह गया है।