पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में प्राइम लोकेशन में स्थित ओशो की जमींन को अब बेचेने की तैयारी चल रही है। यह खबर ओशो के भक्तों के लिए हैरान कर देने वाली है।ओशो के भक्तों द्वारा नाराजगी व्यक्त की जा रही है,यह खुलासा होने के बाद कि पुणे में ओशो आश्रम में जमीन की साजिश बिक्री के लिए निकाली गई थी। खोजबीन जारी है। ओशो इंटरनेशनल फाउंडेशन के स्वामित्व वाले कोरेगाँव पार्क में ओशो आश्रम का परिसर विशाल है। कोरोनरी हृदय रोग में वृद्धि के कारण ओशो आश्रम ध्यान केंद्र पिछले साल मार्च में बंद हो गया था। वित्तीय संकट का हवाला देते हुए ओशो आश्रम के प्रबंधन ने प्रसिद्ध उद्यमी और बजाज ऑटो के सीईओ राजीव राहुल कुमार बजाज को दो एकड़ जमीन 107 करोड़ रुपये में बेचने का फैसला किया है। आश्रम से सटा हुआ बजाज का महल जैसा बंगला है।
ओशो फ्रेंड्स फाउंडेशन ने प्लॉट बेचने के लिए एक साजिश के बाद प्रक्रिया का विरोध किया है। जनवरी में ओशो आश्रम के प्रबंधन ने ओशो इंटरनेशनल फाउंडेशन को जमीन बेचने की अनुमति के लिए मुंबई में चैरिटी कमिश्नर कार्यालय में आवेदन किया। ओशो फ्रेंड्स फाउंडेशन ने चैरिटी आयुक्त कार्यालय में एक याचिका दायर कर भूखंड की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। ओशो फ्रेंड्स फाउंडेशन के सदस्य योगेश ठक्कर ने कहा हमने भूखंडों की बिक्री पर प्रतिबंध के लिए आवेदन किया है। आवेदन पर 15 मार्च को मुंबई में चैरिटी कमिश्नर कार्यालय में सुनवाई होगी। ओशो आश्रम की प्रवक्ता माँ अमृता साधना ने कहा हम इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे क्योंकि यह न्याय का मामला है। ओशो इंटरनेशनल फाउंडेशन के अनुसार ओशो आश्रम में ध्यान केंद्र को भविष्य में फिर से खोला जाएगा। हालांकि वित्तीय संकट से निकलने के लिए जमीन को बेचना पड़ता है।