देहूगांव(व्हीएसआरएस न्यूज) जगतगुरु संत श्रेष्ठ तुकाराम महाराज के वंशज माणिक महाराज मोरे ने शांति,संयम बरतने के लिए बंडात्या से अपील की है। माणिक महाराज मोरे ने कहा है कि नियमों,शांति से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। माणिक महाराज ने यह भी कहा कि तात्या संत समाज के एक स्तंभ हैं और उन्हें विचारों की एक विस्तृत श्रृंखला पर विचार करना चाहिए। इस साल देहू में तुकाराम बीज पर वारकरी संप्रदाय कोई जश्न नहीं मनाएंगे और नहीं भीड करेंगे,नियमों का पालन करते हुए शांति,सदभाव के साथ तुकाराम बीज महोत्सव संपन्न होगा। ऐसा मनोगत माणिक महाराज मोरे ने रविवार को सतारा में कहा व्यक्त किया था। उसके बाद संतों,भक्तों में असमंजस की स्थिति थी। हालांकि देहु संस्था ने इस पर स्पष्टीकरण दिया है और कहा है कि यह समारोह प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करके ही मनाया जाएगा।
विरोधियों को संयमित रुख अपनाना चाहिए,शांति भंग नहीं करनी चाहिए। लाखों भक्त हर साल देहु बीजोत्सव में भाग लेते हैं। समारोह सरकार द्वारा लगाए गए नियमों के अनुसार मनाया जाएगा। यदि नियमों को तोड़कर समारोह मनाया जाता है,तो संत समाज प्रभावित होगा। माणिक महाराज मोरे ने श्रद्धालुओं से घर पर बिजोत्सव मनाने की अपील की है। उन्होंने आगे कहा तात्या संत समाज के बहुत बड़े स्तंभ हैं। उन्होंने संत समाज की सेवा की है। उन्हें व्यापक विचार रखना चाहिए। इससे पहले सरकार के नियमों का पालन किया गया है। केवल इतनी ही यात्रा बाकी है,यह सरकार द्वारा निर्धारित नियमों की तरह होगा।
समारोह में 50 संत समाज की उपस्थिति में आयोजित
कोरोना महामारी के कारण संत तुकाराम महाराज का बीज समारोह 50 भक्तों की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा। देहूगांव में जिला कलेक्टर राजेश देशमुख और देहु संस्था के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया। प्रशासन ने यह निर्णय लिया है क्योंकि हर साल लाखों भक्त प्रवेश करते हैं,वर्तमान में कोरोना की संख्या बढ़ रही है। 50 भक्तों का एक कोरोना परीक्षण किया जाएगा और उसके बाद उनकी उपस्थिति में एक बीज समारोह आयोजित किया जाएगा।