Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कैडेटों को जीवन में हमेशा सीखने की भूमिका अपनानी चाहिए। बिना किसी हिचकिचाहट के या आप किस स्थिति से सीख रहे हैं, लगातार नई चीजें सीखने और अनुकूली नेतृत्व,अजेयता,भावनात्मक बुद्धिमत्ता,करुणा जैसे गुणों को आत्मसात करने पर जोर दिया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय रक्षा प्रबोधिनी (एनडीए) के 144वें बैच का दीक्षांत समारोह सोमवार (29वें) को प्रबोधिनी में आयोजित किया गया। राय इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। वे बात कर रहे थे। इस मौके पर एनडीए के चीफ वाइस एडमिरल अजय कोचर,डिप्टी चीफ मेजर जनरल संजीव डोगरा,एनडीए के प्रिंसिपल ओ.पी. शुक्ला और अन्य मौजूद थे। एनडीए के 144वें बैच के 367 कैडेटों ने विभिन्न विषयों से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसमें मित्र देशों के 19 कैडेट शामिल थे।
इस अवसर पर राय ने कहा, जब आप एक अधिकारी के रूप में देश की सेवा में शामिल होते हैं, तो आपमें सक्षम नेतृत्व का गुण होना चाहिए। अपनी यूनिट का नेतृत्व करते समय आपमें सैनिकों की कठिनाइयों और समस्याओं को सुनने और समझने की क्षमता होनी चाहिए। तभी आप एक सक्षम नेतृत्व अधिकारी के रूप में पहचाने जा सकते हैं। प्रशिक्षण के माध्यम से कैडेटों को विभिन्न कौशल, करुणा, नेतृत्व सिखाने पर जोर दिया जाता है। जल्द ही सिलेबस में और नई चीजें जोड़ी जाएंगी। जो भविष्य में राष्ट्र सेवा का कर्तव्य निभाते हुए कैडेटों के काम आएगा। यह बात मेजर जनरल डोगरा ने इस अवसर पर कही।
सेना को करियर के रूप में चुनने और एनडीएम से प्रशिक्षण पूरा करने के बाद कैडेटों को भविष्य में जिम्मेदारी से देश की सेवा करनी चाहिए। देश की रक्षा की जिम्मेदारी कोई आसान बात नहीं है और सेना को बड़ी आकांक्षाओं के साथ देखा जाता है। सैन्य सेवा में अलग-अलग परिस्थितियों में काम करने के दौरान अलग-अलग चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी यूनिट को एक साथ रखें और अनुशासन के साथ काम करें। ऐसा वाइस एडमिरल अजय कोचर,एनडीए प्रमुख ने विचार व्यक्त किए।
मेधावी कैडेटों का सम्मान-
प्रशिक्षण के दौरान अकादमिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेटों को मुख्य अतिथियों ने सम्मानित किया। इनमें बीएससी में जसकरनदीप सिंह,बीएससी कंप्यूटर साइंस में आयुष कुमार,आर्ट्स में सौरव और बी.टेक में कैडेट ऋषभ मित्रा ने पहली रैंक हासिल की। देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद सौरव, जसकरनदीप और आयुष सेना में शामिल होने जा रहे हैं। ऋषभ अपनी आगे की ट्रेनिंग एयरफोर्स एकेडमी में पूरा करने जा रहे हैं। इसलिए ट्रेनिंग के दौरान कई अच्छे और बुरे अनुभव हुए। लेकिन इन सभी अनुभवों से बहुत कुछ सीखने को मिला। साथ ही इसने जीवन को एक नई दिशा दी है। यह भावना विभिन्न शाखाओं में प्रथम आने वाले कैडेटों ने इस अवसर पर व्यक्त की।
कुल 367 कैडेट्स ने पूरी की ग्रेजुएशन –
शाखा-स्नातक कैडेट
बीएससी-81
बीएससी कंप्यूटर साइंस-90
बीए-59
बीटेक-137