DELHI नई दिल्ली(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे,उप मुख्यमंत्री अजित पवार और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री के साथ उचित चर्चा हुई है और उन्होंने सभी मुद्दों को गंभीरता से लिया है। प्रधानमंत्री ने राज्य से जुडे मुद्दों पर विचार करने का वादा किया है। उद्धव ठाकरे ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री सकारात्मक तरीके से उठाए गए मुद्दों का समाधान करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र हाउस में मीडिया से बातचीत की। उद्धव ठाकरे ने बताया कि उन्होंने राज्य में संवेदनशील मुद्दों को प्रधानमंत्री के सामने उठाया है। मराठा आरक्षण,एससी को पदोन्नति में आरक्षण,कांजुरमार्ग में मेट्रो कार शेड के लिए जगह की उपलब्धता। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मोदी के साथ जीएसटी रिफंड,फसल बीमा,मराठी भाषा के कुलीन दर्जे पर चर्चा हुई।
अशोक चव्हाण ने कहा कि मराठा आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले में महत्वपूर्ण बिंदुओं को मोदी के संज्ञान में लाया गया। उन्होंने यह भी मांग की कि 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा में ढील दी जानी चाहिए,अन्यथा राज्यों को अधिकार देने के बाद भी आरक्षण का मुद्दा हल नहीं होगा
। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट में इस तरह की दलील दी जानी चाहिए। महाराष्ट्र को अभी तक 24,306 करोड़ जीसैट मुआवजा नहीं मिला है। कोरोना का संकट सभी पर है और अगर यह पैसा जल्द ही आर्थिक राहत के लिए मिल जाता है तो यह फायदेमंद होगा ऐसा अजीत पवार ने कहा। तूफान की चपेट में आने के बाद मदद के मापदंड बदलने की जरूरत भी मोदी को बताई गई। अजित पवार ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उन्हें 2015 के नियमों को बदलने की जरूरत है। अजीत पवार ने 14वें वित्त आयोग से 1,044 करोड़ रुपये तत्काल जारी करने की भी मांग की।
उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने के बाद दूसरी बार प्रधानमंत्री से मिले हैं। जानकार इस मुलाक़ात के राजनीतिक मायने भी निकाल रहे हैं, ज़ाहिर तौर पर जब दो राजनेता मिलते हैं तो उनके बीच राजनीतिक चर्चाएं भी होती हैं, वैसे भी राजनीति में कहा जाता है चर्चा और खर्चा चलते रहना चाहिए। प्रधानमंत्री के साथ होने वाली इस मुलाकात से पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार शाम को ठाकरे से मुलाकात की। पिछले 15 दिनों में पवार की ठाकरे के साथ यह दूसरी बैठक है।