National News शिमला(व्हीएसआरएस न्यूज) हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा का पहला सत्र 4 जनवरी से धर्मशाला स्थित तपोवन में प्रारंभ होगा। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की ओर से शुक्रवार को इस संबंध में अधिूसचना जारी कर दी गई। फिलहाल सत्र की बैठकों को लेकर जानकारी नहीं दी गई है। कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार का यह पहला शीतकालीन सत्र होगा। अधिसूचना, के मुताबिक 04 जनवरी को पूर्वान्ह 11 बजे सत्र आरंभ होगा। शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर चंद्र कुमार सदस्यों को शपथ दिलाएंगे।
इस वजह से टल गया था सत्र
सत्र में विधानसभा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष भी चुने जाएंगे। इसके अलावा राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। अन्य शासकीय एवं विधायी कार्य भी निपटाए जाएंगे। बता दें कि इससे पहले 22 से 24 दिसंबर तक तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र अधिसूचित हुआ था। लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कोरोना संक्रमित होने की वजह से सत्र को स्थगित कर दिया गया था।
सत्र के हंगामेदार रहने के आसार
14वीं विधानसभा के इस पहले सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है। विपक्षी दल भाजपा ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर को नेता प्रतिपक्ष बनाया है। उनके नेतृत्व में विपक्षी सदस्य सैंकड़ों संस्थानों एवं दफ्तरों को बंद करने के मुद्दे पर सत्तापक्ष की घेराबंदी करेंगे।
इसलिए बढ़ा टकराव
दरअसल, प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पूर्व भाजपा सरकार के बीते लगभग 09 माह के फैसलों की पुनः समीक्षा के आदेश दिए हैं। कांग्रेस सरकार 04 अप्रैल 2022 के बाद विभिन्न विभागों में खुले 570 से अधिक दफ्तरों एवं संस्थानों पर ताला लगा चुकी है। राज्य सरकार का तर्क है कि भाजपा ने बिना बजट प्रावधान के चुनाव की दृष्टि से ये दफ्तर खोले थे।
दिखेंगे कई बदलाव
भाजपा प्रदेश सरकार के इस कदम का विरोध कर रही है। भाजपा इसे सरकार की बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दे रही है। ऐसे में भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर सत्र के दौरान हंगामा किया जा सकता है। शीत सत्र के दौरान इस बार तपोवन स्थित विधानसभा परिसर सहित सदन में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री के लिए भी अलग से व्यवस्थाएं करनी पड़ेंगी।