International News काबुल(व्हीएसआरएस न्यूज) अमेरिका ने अल कायदा के चीफ अल जवाहिरी को ड्रोन हमले में ढेर कर दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जवाहिरी की मौत की पुष्टि की। अल जवाहिरी (71 साल) ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद से आतंकी संगठन अल कायदा का लीडर था। जवाहिरी काबुल में एक घर में छिपा था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जवाहिरी 9-11 की साजिश में शामिल था। जवाहिरी 9-11 की साजिश में शामिल था। इस हमले में 2977 लोगों की मौत हो गई थी। अल जवाहिरी पर 25 मिलियन डॉलर यानी 1.97 अरब रुपए इनाम था।
कहां छिपा था अल जवाहिरी ?
अल जवाहिरी ने काबुल में एक घर में पनाह ले रखी थी। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक,तालिबान सरकार को अल जवाहिरी के घर में मौजूद होने की जानकारी भी थी। खास बात ये है कि जिस घर में जवाहिरी छिपा था, वह तालिबान के नेता सिराजुद्दीन हक्कानी के काफी करीबी का था। इतना ही नहीं जिस घर में जवाहिरी छिपा था, वह अमेरिकी दूतावास और अमेरिकी सैन्य अड्डे के काफी पास था। अमेरिका ने पिछले साल अगस्त में इन्हें खाली कर दिया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अल जवाहिरी को मारने का आदेश देने से पहले यह जानना चाहते थे कि आखिर अल कायदा चीफ कहां छिपा है? अमेरिका ने भले ही एक ही ड्रोन हमले में जवाहिरी को मार गिराया हो, लेकिन इसके लिए जो बाइडेन और उनके सलाहकारों को कई महीनों तक सीक्रेट मीटिंग कर प्लानिंग करनी पड़ी। इसके लिए अमेरिकी खुफिया विभाग ने कई महीनों तक तैयारियां कीं। यहां तक कि जवाहिरी जिस घर में छिपा था, उसका भी एक छोटा सा मॉडल तैयार कर जो बाइडेन के लिए व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम के अंदर रखा गया था ताकि विकल्पों पर चर्चा हो सके।
कई महीनों की प्लानिंग के बाद किया गया हमला
जो बाइडेन के लिए ये अच्छा मौका था कि वे अपने कार्यकाल में दुनिया के मोस्ट वांटेड आतंकी के खात्मे का आदेश दें। जवाहिरी को अमेरिका पर 26-11 हमले के मास्टरमाइंड्स में एक माना जाता है। अमेरिका के एक सीनियर अफसर ने स्ट्राइक और प्लानिंग के बारे में जानकारी दी। कई महीनों की प्लानिंग के बाद शनिवार को स्ट्राइक करने का फैसला किया गया। इस दौरान बाइडेन ने अमेरिकी अधिकारियों को साफ निर्देश दिया था कि इस ऑपरेशन में किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए, चाहें वे जवाहिरी के परिवार के लोग ही क्यों न हों?
अंतिम विचार-विमर्श और ड्रोन हमले की अनुमति के दौरान बाइडेन कोरोना संक्रमित भी हो गए। उन्होंने सोमवार को व्हाइट हाउस की बालकनी से इस स्ट्राइक की और जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि की। बाइडेन का ये ऐलान उनकी छवि के लिए काफी अहम माना जा रहा है, दरअसल, अफगानिस्तान से 11 महीने पहले अमेरिका की सेना को वापस बुलाने के बाद से उनकी लगातार आलोचनाएं हो रही थीं।
जो बाइडेन ने कहा, अब न्याय हो गया है। आतंकी जवाहिरी की मौत हो गई है। बाइडेन ने कहा,”कोई फर्क नहीं पड़ता कितना समय हुआ, कोई फर्क नहीं पड़ता, तुम कहां छिपे हो। अगर तुम हमारे लोगों के लिए खतरा हो, अमेरिका तुम्हें खोज निकालेगा.”