दिल्ली| व्हीएसआरएस न्यूज: मोदी कैबिनेट में शामिल हुए नए मंत्रियों ने अपना पदभार संभालना शुरू कर दिया है। अनुराग ठाकुर अश्विनी वैष्णव और मनसुख मंडाविया समेत कई मंत्रियों ने मंत्री के तौर पर अपना कार्यभार संभाल लिया है। कल बुधवार को हुए मोदी कैबिनेट की विस्तार में 36 नए मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें से 28 राज्यमंत्री हैं।
वहीं सात राज्यमंत्रियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट किया गया है| केंद्रीय मंत्रिमंडल में व्यापक फेरबदल और विस्तार के एक दिन बाद गुरुवार को कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक होनी है। दोनों बैठकें एक के बाद एक आयोजित की जाएंगी। इस बैठक में आगे की रणनीति पर मंथन होगा। समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक क्रमश: आज शाम 5 बजे और शाम 7 बजे होगी।
हालांकि हर बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक होती है, लेकिन कल यह बैठक नहीं हुई। देश में कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) की स्थिति पर चर्चा के लिए पीएम मोदी ने पिछले महीने मंत्रिपरिषद की बैठक की थी। उन्होंने मंत्रियों से ऐसा माहौल बनाने को कहा जहां लोग कोरोना संबंधी नियमों का पालन करें और टीका लगवाएं।
दूसरी बार सत्ता में आने के बाद पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल
आज गुरुवार को होने वाली बैठक में कई उल्लेखनीय नाम गायब होंगे, जिन्होंने कैबिनेट फेरबदल से पहले इस्तीफा दे दिया था। मोदी मंत्रिमंडल में कई नए नाम शामिल किए गए हैं और कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया गया है। 2019 में मोदी सरकार के दूसरी बार सत्ता में आने के बाद पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्री बनाया गया
मनसुख मंडाविया को स्वास्थ्य मंत्री, किरण रिजिजू को कानून मंत्री, धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा मंत्री, अश्विन वैष्णव को रेल मंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्री बनाया गया है। स्मृति ईरानी महिला और बाल विकास मंत्री बनी रहेंगी, जबकि उनके पास जो कपड़ा विभाग था वह पीयूष गोयल को दिया गया है, जो वाणिज्य और उद्योग मंत्री और उपभोक्ता मामलों के मंत्री बन रहेंगे।
इससे पहले उनके पास रेल मंत्रालय भी था। कोरोना संबंधित नियमों के साथ राष्ट्रपति भवन में आयोजिच समारोह में कैबिनेट मंत्रियों के रूप में पदोन्नत किए गए सात सहित 43 नेताओं ने मंत्रियों ने पद की शपथ ली।
वैष्णव को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी
वही ब्यूरोक्रेट एंटरप्रेन्योर से राजनेता बने अश्विनी वैष्णव 1994-बैच के एक पूर्व आएएएस अधिकारी हैं। उन्होंने 15 वर्षों से अधिक समय तक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभाला है और वे विशेष रूप से बुनियादी ढांचे में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) ढांचे में योगदान के लिए जाने जाते हैं। इससे उनको रेल के क्षेत्र में कफी मदद मिलेगी।
उन्होंने जनरल इलेक्ट्रिक और सीमेंस जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियों में नेतृत्वकर्ता की भूमिकाएं भी निभाई हैं। वैष्णव ने पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से एमबीए और आइआइटी कानपुर से एमटेक किया है। उनको इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।