नई दिल्ली(व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना के टीका के लिए पूरा विश्व इंतजार कर रहा है। लेकिन अभी तक किसी कंपनी ने यह दावा नहीं किया कि वो टीका बनाने के सभी चरण को पार कर चुकी है और इस तारिख,महिने से टीका जनता की सेवा में उपलब्ध मिलेंगे। भारत सरकार टीका आने से पहले अपनी तैयारियों में जुट गई है कि पहले किसको टीका लगाया जाए। इस संदर्भ में 30 करोड भारतीयों को पहले टीका लगाने के लिए एक लिस्ट तैयार कर रही है। इस लिस्ट में पुलिस,डॉक्टर,नर्स,साफसफाई कर्मचारी,50 साल से अधिक आयु वाले किसी बीमारी से ग्रस्त लोगों को पहले टीका लगाया जाएगा। 30 करोड के लिए 60 करोड टीके लगेंगे।
एक बार वैक्सीन को मान्यता मिल जाए तो टीकाकरण अभियान देशभर में शुरु हो जाएगा। प्राथमिकता के आधार पर 4 वर्ग किए गए है। करीब 50-70 लाख हेल्थकेअयर प्रोफेशन्ल्स,2 करोड से अधिक फ्रंटलाइन वर्कर्स,50 साल से ज्यादा उम्र वाले करीब 26 करोड लोग जो बीमारियों से पीडित है इनको पहले कोरोना टीका लगाया जाएगा। वैक्सीन को लेकर गठित एक्सपर्ट गु्रप ने योजना का एक खाका तैयार किया है। केंद्र और राज्यों से इस बारे में जानकारी मंगवाई गई थी।नीत आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल के नेतृत्व में पहले चरण में 23% आबादी को टीका लगाकर कवर करने का टारगेट है।
हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को टीका पहली प्राथमिकता
एक्सपर्ट कमिटी का अनुमान है कि देश में सरकारी और निजी क्षेत्र मिलाकर करीब 70 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स हैं। इसमें 11 लाख एमबीबीएस डॉक्टर्स,8 लाख आयुष प्रैक्टिशनर्स,15 लाख नर्सेज, 7 लाख एएनएम और 10 लाख आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक अधिकारी ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि लिस्ट अक्टूबर के आखिर या नवंबर की शुरुआत तक तैयार हो सकती है। ड्राफ्ट प्लान में 45 लाख पुलिस और अन्य फोर्सेज के कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है। सेना के 15 लाख लोग भी इस लिस्ट में हैं। इसके अलावा कम्युनिटी सर्विस- पब्लिक ट्रांसपोर्ट ड्राइवर्स, क्लीनर्स और टीचर्स की भी पहचान की गई है। इनकी अनुमान संख्या करीब डेढ़ करोड़ है। 50 साल से ज्यादा उम्र के करीब 26 करोड़ लोगों को भी पहले फेज में टीके लगेंगे। इसके अलावा डायबिटीज, दिल की बीमारियों, किडनी फेल्योर, फेफड़ों की बीमारी, कैंसर, लिवर की बीमारी का सामना कर रहे लोगों को भी प्राथमिकता के आधार पर टीके लगेंगे।
एक अधिकारी के मुताबिक,कई कैटेगरीज में ओवरलैपिंग होंगे। सरकार को उम्मीद है कि प्राथमिकता वाली आबादी के टीकाकरण के लिए 60 करोड़ डोज की जरूरत पड़ेगी। प्लान में वैक्सीन की स्टॉक पोजिशन,स्टोरज फैसिलिटी में टेम्प्रेचर,जियोटैग हेल्थ सेंटर्स को ट्रैक करने का भी इंतजाम है।