नई दिल्ली(व्हीएसआरएस न्यूज) विश्व हिंदी दिवस आज भारत समेत पूरा विश्व मना रहा है। 10 जनवरी का दिन बेहद खास होता है। इस दिन को मनाए जाने का एक ही मकसद है कि हिंदी का प्रचार प्रसार करना। हिंदी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रुप में स्थापित करना भी उद्देश्य है। विश्व के जिन देशों में भारत के दूतावास है वहां उनके मुख्यालय में हिंदी दिवस मनाया जाता। है।
अंग्रेजी की आंधी के आगे हिंदी अपना धीरे धीरे अस्तित्व को खो रहा है। नई पीढी अंग्रेजी मीडियम से सीख कर व्यवसाय,सरकारी नौकरी के क्षेत्र में ऊंचाईयों तक पहुंच रहे और हिंदी भाषा को केवल अब देहातों तक सीमित रहने को मजबुर होना पड रहा है। मुंबई बॉलिवुड के अभिनेता,डायरेक्टर की टूटी फूटी हिंदी से सिनेमा का भविष्य भी चौपट हो रहा है। यही कारण है कि हिंदी भाषा सीखाने के लिए 100 संस्थाओं ने बॉलिवुड को हिंदी सीखाने का वीडा उठाया है?
हिंदी से जुड़ी 10 अहम बातें
दुनियाभर में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए पहला विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी, 1975 को महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी,2006 को हर साल विश्व हिंदी दिवस के रूप मनाए जाने की घोषणा की थी।
विदेशों में भारतीय दूतावास विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर विशेष आयोजन करते हैं। सभी सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिंदी में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
नॉर्वे में पहला विश्व हिंदी दिवस भारतीय दूतावास ने मनाया था।
हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर,1949 को संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया था।
वर्तमान में विश्व के सैकड़ों विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है और पूरी दुनिया में करोड़ों लोग हिंदी बोलते हैं। दुनियाभर की पांच भाषाओं में से एक है।
विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार हिंदी विश्व की 10 शक्तिशाली भाषाओं में से एक है।
यह अवधी,भोजपुरी और अन्य बोलियों का मिलाजुला रूप है।