पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) देश के मिसाइल मैन डॉ. अब्दुल कलाम को नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति बनवाया था। मोदी मुस्लिम विरोधी नहीं। केवल देशद्रोही मुस्लिमों के खिलाफ है। बिहार के चुनाव में मुस्लिम महिलाओं ने बडी संख्या में भाजपा को वोट देकर ज्यादा विधायक जीताने का काम किया। ऐसा मनोगत महाराष्ट्र के बडबोलेपन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने व्यक्त किया है। पुणे में पाटिल युवा वॉरियर्स अभियान कार्यक्रम में बोल रहे थे।
ये वही बडबोलेपन भाजपा नेता है जो अभी तक हर कार्यक्रम में दावा कर रहे थे कि महाराष्ट्र की उद्धव सरकार एक महिने में गिर जाएगी,दो महिने में गिर जाएगी। लेकिन जब सरकार के सेहद को कोई फर्क नहीं पडा तो अब सरकार गिरने का सपना देखना भूल गए। बयान देना बंद कर दिया। चंद्रकांत पाटिल अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में बने रहते है। हाल ही में राकांपा सुप्रिमो शरद पवार के बारे में बयान दिया कि वे माढा से चुनाव लडने की घोषणा की फिर हारने का डर दिखा तो यू टर्न ले लिया।
अब पाटिल का चौंकाने वाला नया बयान आया है कि नरेंद्र मोदी ने डॉ.कलाम को राष्ट्रपति बनवाया। ये बात किसी के गले नहीं उतरी। यहां तक कि भाजपाई भी हैरान और चकित है। होना भी चाहिए। क्योंकि सबको पता है कि कलाम जब राष्ट्रपति बने थे उस समय एनडीए की सरकार थी और अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। अटल बिहारी 1996 में फिर 1999-2004 तक प्रधानमंत्री थे। डॉ. अब्दुल कलाम 2002 में राष्ट्रपति बने थे। केंद्र में जिसकी सरकार होती है मतलब उसे पूर्ण बहुमत हासिल होता है। राष्ट्रपति,राज्यपाल के नामों की सिफारिश केंद्र सरकार ही करती है। उस समय स्व.अटल बिहारी वाजपेयी,मुलायम सिंह यादव,शरद पवार,नितिश कुमार,सोनिया गांधी,हिन्दु सम्राट बालासाहेब ठाकरे समेत देश के कई दिग्गज नेताओं ने मिलकर सर्वसम्मति से डॉ.कलाम के नाम पर सहमति बनाई थी। उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मोदी ने भी सबके सुर में सुर मिलाने का काम किया होगा यह अलग बात हो सकती है लेकिन डॉ. कलाम को अकेले ही राष्ट्रपति बनवाया इसमें दूर दूर तक सच्चाई नजर नहीं आती।
क्योंकि अटल बिहारी वाजपेयी गुजरात गोधरा कांड के बाद से नरेंद्र मोदी को पसंद नहीं करते थे। फिर उन की राय लेना तो दूर की बात है। मोदी के राजनीतिक गुरु लालकृष्ण अडवाणी हुआ करते थे। यह बात अलग है कि महाराष्ट्र में भाजपा विपक्ष में है और चंद्रकांत पाटिल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष है। संगठन मजबुत करने के लिए हर वर्ग को खुश करना,लुभाना उनका राजनीतिक अधिकार है। मुस्लिम विरोधी भाजपा की छवि को साफ करने,मुस्लिम मतदाताओं को जोडने की यह पाटिल की कोशिश हो सकती है। चंद्रकांत के ऐसे बयानों पर आनंद तो उठाया जा सकता है लेकिन गंभीरता से नहीं लिया जा सकता।