नई दिल्ली । व्हीएसआरएस न्यूज़ : भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत मत्स्य पालन विभाग ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित एनएएससी कॉम्प्लेक्स, पूसा, नई दिल्ली में विश्व ‘मत्स्य पालन दिवस’ मनाया।
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री श्री प्रताप चन्द्र सारंगी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उत्तर प्रदेश सरकार के डेयरी विकास, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने भी इस अवसर पर उपस्थित थे तथा उत्तर प्रदेश राज्य की ओर से अंतर्देशीय मत्स्य पालन क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य का पुरस्कार का वितरण हुआ। देश के मछुआरों, मछली किसानों, उद्यमियों, हितधारकों, पेशेवरों, अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने भी भव्य आयोजन में भाग लिया।
राज्य मंत्री ने कहा कि हमारे देश में समुद्र से मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों में मन्दी आयी है जिससे मछली पकड़ने की बजाय मछली पालन के रूप में महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है। पोषण सुरक्षा की बढ़ती मांग पूरा करने के वैकल्पिक साधन के रूप में भारत में जलजीव पालन गतिविधियां शुरू करने की आवश्यकता है। श्री सारंगी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का उद्देश्य कुल अनुमानित राशि 20,050 करोड़ रुपये के निवेश से मछली उत्पादन और उत्पादकता, गुणवत्ता, प्रौद्योगिकी, उपज के बाद के बुनियादी ढांचे और प्रबंधन, आधुनिकीकरण और मूल्य श्रृंखला को सुदृढ बनाने तथा मजबूत मत्स्य प्रबंधन ढांचा कायम करने जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण अंतराल दूर करना है।
प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि मत्स्य क्षेत्र अत्यंत विविध और पर्याप्त गतिशील है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में नीतियों और कार्यक्रमों को सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता है ताकि अनुसंधान और विकास के लाभ किसानों और मछुआरों तक पहुंचाए जा सकें और सभी संभावित संसाधनों के क्रमिक और सतत उपयोग के लिए दक्षता बढ़ाई जा सके और पर्यावरण के दुष्प्रभाव कम करने पर ध्यान केंद्रित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमें मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए देश में उपलब्ध संसाधनों का पता लगाने की आवश्यकता है जैसे जलभराव क्षेत्र, आर्द्र भूमि, झीलें, जलाशय, नहरें, तालाब, बाढ़ के मैदान, अप्रवाही जल क्षेत्र, दलदल, कम खारे अंतर्देशीय क्षेत्र आदि।
इस आयोजन के दौरान, पहली बार मत्स्य पालन क्षेत्र में, भारत सरकार ने 2019-20 के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों – ओडिशा (समुद्री राज्यों के बीच), उत्तर प्रदेश (अंतर्देशीय राज्यों के बीच) और असम (पहाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के बीच) को पुरस्कृत किया। 2019-20 के लिए सर्वश्रेष्ठ संगठनों में पुरस्कृत किए जाने वाले संस्थानों में तमिलनाडु मत्स्य विकास निगम लिमिटेड (मरीन के लिए); तेलंगाना राज्य मछुआरा सहकारी समितियां फेडरेशन लिमिटेड (अंतर्देशीय के लिए) और असम एपेक्स सहकारी मछली विपणन और प्रसंस्करण फेडरेशन लिमिटेड (पहाड़ी क्षेत्र के लिए) शामिल हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले को सर्वश्रेष्ठ समुद्री जिले और ओडिशा में कालाहांडी को सर्वोत्कृष्ट अंतर्देशीय जिले और असम के नौगांव को सर्वश्रेष्ठ पहाड़ी और पूर्वोत्तर जिले के रूप में सम्मानित किया गया। इसके अलावा, मत्स्य क्षेत्र में उपलब्धियों और क्षेत्र के विकास में योगदान को मान्यता देने के लिए सर्वश्रेष्ठ मत्स्य उद्यम; उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली मत्स्य सहकारी समितियों/एफएफपीओज़/एसएसजी और सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत उद्यमी; सर्वश्रेष्ठ समुद्री और अंतर्देशीय मछली किसान और सर्वश्रेष्ठ फ़िनफ़िश और झींगा मत्स्य पालन स्थलों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के दौरान कई प्रकाशनों का विमोचन भी किया गया।