नई दिल्ली(व्हीएसआरएस न्यूज) किसान संगठनों के चक्काजाम का असर पंजाब,हरियाण,महाराष्ट्र,बेंगलूर,राजस्थान में व्यापक दिखाई दिया। राष्ट्रीय महामार्ग पूर्ण रुप से बाधित रहा। विकास का पहिया 3 घंटे तक थमा रहा। महिलाएं मैदान में उतर करके जाम में हिस्सा ली। सड़कों पर आसन लगाकर कीर्तन भजन की। बंदोबस्त के लिए अर्ध सैनिक बलों की टुकडी तैनात की गई। चक्काजाम शांतिपूर्ण रहा। कहीं से किसी अप्रिय घटना के समाचार नहीं है।
इस आंदोलन में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने किसानों का साथ दिया। कृषि कानून को वापस लेने के लिए भाषण मंच सजा। फरीदाबाद के पृथला गांव में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की ओर से चक्काजाम किया गया। पलवल से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों का लंबा चक्काजाम देखने को मिला। गाजीपुर बॉर्डर पर एम्बुलेंस को किसानों ने रास्ता खोलकर जाने दिया। दिल्ली में 50 लोगों की गिरफ्तारी हुई।
राजस्थान के गंगानगर,हनुमानगढ में चक्काजाम का असर रहा।पंजाब,हरियाणा बॉर्डर पर किसानों ने किया चक्काजाम। महाराष्ट्र के नासिक,औरंगाबाद हायवे पूरी तरह जाम रहा। जम्मू कश्मीर में जाम लगा रहा। सड़कों पर यात्री पैदल चलने को मजबुर हो गए। किसानों का आंदोलन का 73 वां दिन है। किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को 2 अक्टूबर तक का एल्टीमेटम दिया है।