दिल्ली। व्हीएसआरएस न्यूज: भारत की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस का परिचालन आज २३ नवंबर से अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसमें सफ़र करने वाले यात्रियों के लिए कुछ दिन यह पसंदीदा ट्रेन बनी रही। लखनऊ-नई दिल्ली के बीच चल रही तेजस का संचालन आईआरसीटीसी के जिम्मे था। वैश्विक महामारी कोरोना काल में २३ नवंबर के बाद २० से ३० यात्री ही रोजाना सीटों की बुकिंंग करा रहे थे। ट्रेन में यात्री न के बराबर जा रहे थे। फ्लैक्सी किराये से महंगा सफर यात्रियों को राहत नहीं दे सका। ऐसे में रेलवे बोर्ड ने IRCTC को २३ नवंबर से अगले आदेश तक ट्रेन को बंद करने के आदेश दिए हैं। यह ट्रेन पहली बार ४ अक्टूबर को पहली बार लखनऊ से यात्रियों के साथ चली थी। इस ट्रेन के लिए टिकट बुकिंग २१ सितंबर से शुरू हो चुकी थी। लखनऊ से नई दिल्ली का एसी चेयरकार का शुरुआती किराया ११२५ रुपये रखा गया था। जबकि चार अक्टूबर को शताब्दी एक्सप्रेस का चेयरकार का किराया ११८० रुपये था। तेजस स्पेशल का एक्जक्यूटिव क्लास का लखनऊ से नई दिल्ली का किराया २३१० रुपये था। शताब्दी एक्सप्रेस में अनुभूति कोच का किराया २२५५ रुपये चल रहा था। इस लिहाज से तेजस के यात्रियों को ५५ रुपये ज्यादा देने होते थे।
आपको बताते चले की दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को बेहतर सफर के साथ कई और भी सौगातों दी जाती थीं। प्रत्येक यात्री को २५ लाख रुपये का यात्रा बीमा मुफ्त में दिया जाता था। इस ट्रेन के यात्रियों को एयरलाइंस जैसी बेहतरी सुविधाएं भी दी जाती हैं। इनमे सबसे खास सुविधा यह है कि यात्रियों का सामान उनके घर से ट्रेन में उनकी सीट तक लाने की सुविधा दी जाती है। लेकिन इसके लिए अलग से शुल्क चुकाना होता है। आईआरसीटीसी ने अपनी पहली ट्रेन का ४ अक्टूबर 2019 से परिचालन शुरू किया था। दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस पहली ऐसी ट्रेन थी, जिसका परिचालन भारतीय रेलवे की सहयोगी इकाई आईआरसीटीसी के द्वारा किया गया। भारतीय रेलवे ने अपनी कुछ ट्रेनों को निजी कंपनियों को सौंपने की योजना के तौर पर आईआरसीटीसी को पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस ट्रेन का जिम्मा सौंपा था।
वही तेजस ट्रेन के परिचालन विवरण वाले एक दस्तावेज के अनुसार आईआरसीटीसी की दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस के यात्रियों को मुफ्त में 25 लाख रुपये का रेल यात्रा बीमा दिया जाता है। इस ट्रेन की सबसे अनूठी सुविधा यात्रियों का सामान घर से पिकअप कराना और गंतव्य तक पहुंचाना है। इसके तहत निर्धारित शुल्क अदा करने पर यात्री का सामान घर से लाकर ट्रेन में उसकी सीट तक पहुंचाया जाता है। ऐसा यात्रियों का सफर सरल, सहज और बेहतर बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। यात्री अपने सामान की चिंता किए बगैर यात्रा कर सकें इसके लिए उनके सामान का भी बीमा होगा। इस ट्रेन के यात्रियों को लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर रिटायरिंग रूम और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक्जिक्यूटिव लाउंज का उपयोग करने की सुविधा दी जाती है।
इस प्रीमियम ट्रेन में चाय-कॉफी मुफ्त मिलती है। इसे वेंडिंग मशीनों के जरिए सर्व किया जाता है। यात्रियों को मांगने पर आरओ मशीन का पानी दिया जाएगा। हवाई उड़ानों की तरह ट्रेन में मौजूद स्टाफ ट्रॉली के जरिए परोसता है। इस तेजस ट्रेन में एक चेयर कार भी है। इसमें यात्रा के लिए ‘ग्रुप बुकिंग’ की भी सुविधा है। 78 सीटों वाली एसी चेयर कार में ‘पहले आएं पहले पाएं’ के आधार पर ग्रुप बुकिंग यात्रा से कम से कम तीन दिन पहले करानी होती है। टिकट बुक कराने की यह सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध रहती है।