पुणे । व्हीएसआरएस न्यूज़ : बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी को उम्मीदों के मुताबिक परिणाम न मिलने पर कभी उसकी सहयोगी पार्टी रही शिवसेना ने हमला बोला है। शिवसेना ने कहा है कि बीजेपी को अहंकार के चलते पश्चिम बंगाल में हार का सामना करना पड़ा है। यही नहीं अपने मुखपत्र ‘सामना’ में शिवसेना ने कहा कि महाराष्ट्र में असहिष्णुता के चलते बीजेपी सत्ता से बाहर हुई है। शिवसेना की ओर से यह टिप्पणी बीजेपी द्वारा एनसीपी के मंत्री छगन भुजबल पर हमले के बाद आया है। बीजेपी की ओर से छगन भुजबल को चेतावनी देते हुए कहा गया था कि उन्हें बीजेपी के खिलाफ बोलने से पहले सोच-समझ लेना चाहिए।
पार्टी ने कहा, ‘कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के बजाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी केंद्र सरकार (मुख्यमंत्री) ममता बनर्जी को हराने के लिए पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार में लगी थी । ’ बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार तृणमूल कांग्रेस को रविवार को जीत दिलाई।
सामना समाचार पत्र ने कहा, ‘परिणाम से साबित होता है कि पूरा तंत्र और सभी प्रौद्योगिकियां पास होने के बावजूद मोदी-शाह अजेय नहीं हैं।’ शिवसेना ने पश्चिम बंगाल चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन बनर्जी को समर्थन दिया था। उसने आरोप लगाया कि भाजपा ने बनर्जी को हराने के लिए धन, शक्ति और सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम का एक पंक्ति में विश्लेषण यह है कि भाजपा हार गई और कोरोना वायरस जीत गया।’
सामना के संपादकीय में भुजबल की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा गया है कि उन्होंने ममता बनर्जी की तारीफ की थी और इसमें आखिर गलत क्या था। इसे बीजेपी का अहंकार बताते हुए शिवसेना ने कहा कि इसी के चलते बंगाल में उसे हार मिली है। यही नहीं शिवसेना ने कहा कि बंगाल में हार के चलते ही बीजेपी पंढरपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मिली जीत का जश्न भी नहीं मना पा रही है।
शिवसेना बोली, उपचुनाव में हार गए, पर हमने धमकी नहीं दी
बता दें कि महाराष्ट्र की पंढरपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के समाधान औताड़े ने जीत हासिल की है। उन्होंने महाविकास अघाड़ी के कैंडिडेट 3,700 से ज्यादा वोटों से मात दी है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र में कहा कि महाविकास अघाड़ी को पंढरपुर में हार मिली है और हर किसी ने बीजेपी और विजेता कैंडिडेट को जीत पर बधाई दी है। लेकिन अघाड़ी के किसी नेता ने जीत दर्ज करने वाले को बधाई देने वाले किसी व्यक्ति को धमकी नहीं दी है