नई दिल्ली(व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना टीका के आज से शुरु दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी टीका लगवाकर विपक्ष के मुंह में ताला जड दिया। साथ ही घोषित पांच राज्यों के चुनाव को साधते हुए असमिया गमछा धारण करके पुडेचेरी,केरल की नर्सों से टीका लगाकर मोदी ने एक तीर से तीन शिकार किया। अब यह संयोग भी हो सकता है लेकिन जानकार इसे चुनावी प्रयोग के नजर से देख रहे है।
अभी तक केंद्रीय मंत्री वैक्सीन लगवाने से डर रहे थे। लेकिन प्रधानमंत्री के बाद अमित शाह टीका लगावाएंगे। उनको वेदांता हॉस्टिपल की टीम घर पर आकर लगाएगी। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वदेशी टीका लगाकर वैक्सीन की विश्वसनीयता को बढाने का काम किया। मोदी एम्स पहुंचे और असमी गमछा कंधे पर डाल रखे थे। पुडुचेरी की रहने वाली सिस्टर पी निवेदा ने टीका लगायी। मोदी ने नर्स से कहा कि टीका लगाया और अहसास भी नहीं हुआ। कांग्रेस ने कहा कि मोदी वैक्सीन में भी राजनीति ढूंढ रहे है। जब वैज्ञानिकों ने वैक्सीन को सुरक्षित कहा तो जाकर मोदी ने वैक्सीन लगवाई।
वहीं उन्होंने आगे कहा कि इसमें चुनाव को ध्यान में रखा गया। केरल और पुडुचेरी की नर्स और असम का गमछा। मैं तो कहता हूं बंगाल की गीतांजलि भी हाथ में ले लेते तो सब पूरा हो जाता। दरअसल असम के साथ पुडुचेरी और केरल में इस वक्त विधानसभा चुनाव होने है और पीएम मोदी ने वैक्सीन के जरिए इस मौके को भी साध लिया है।