पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य सरकार की बढ़े हुए बिजली बिलों के मुद्दे पर आलोचना की जा रही है। वहीं पुणे जिले में कोरोना अवधि के दौरान बिजली बिलों का बकाया 803 करोड़ रुपये बढ़ गया है और यह 1,000 करोड़ रुपये हो गया है। वर्तमान में पुणे जिले में बिजली बिलों का बकाया 1081 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। दूसरी ओर बिजली कंपनी ने राजस्व घाटा बढ़ने के कारण उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति में कटौती करने का फैसला किया है।
कोरोना अवधि के दौरान 803 करोड़ का घाटा
बढ़ते बिजली बिल के मुद्दे पर राज्य सरकार की व्यापक आलोचना हुई है। मनसे और बीजेपी जैसी पार्टियों ने आंदोलन के माध्यम से बिजली बिलों में वृद्धि की माफी की मांग की है। दूसरी ओर कंपनी की राजस्व वृद्धि बढ़ रही है और पुणे जैसे शहर में बिजली बिल बकाया 1,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। पुणे जिले में बिजली का बकाया आमतौर पर 70 करोड़ रुपये तक था। हालांकि,कोरोना अवधि के दौरान बकाया 1,081 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
घरेलू ग्राहकों का बकाया 635 करोड़
घरेलू,वाणिज्यिक और औद्योगिक की श्रेणियों में पुणे जिले में कुल 36 लाख 90 हजार बिजली उपभोक्ता हैं। 13 लाख 86 हजार उपभोक्ताओं के पास 1081 करोड़ 41 लाख रुपये का बकाया है। इसमें से 11 लाख 56 हजार 750 घरेलू उपभोक्ताओं में सबसे अधिक 635 करोड़ 49 लाख रुपये का बकाया है। उसके बाद वाणिज्यिक क्षेत्र में 1 लाख 94 हजार 250 ग्राहकों ने 295 करोड़ 55 लाख रुपये का बकाया है। जबकि औद्योगिक क्षेत्र में 27 हजार 970 ग्राहकों ने 150 करोड़ 36 लाख रुपये का बकाया है।
बिजली कंपनी से बिजली की आपूर्ति में कटौती की जाएगी
इतनी बड़ी मात्रा में बिजली बकाया होने के कारण एमएसईडीसीएल को वित्तीय बोझ उठाना पड़ता है। साथ ही राज्य सरकार को बिजली के बिल की बकाय के कारण इस वित्तीय बोझ को उठाना पड़ता है। इसके बाद जिले में बकाएदारों को नियमानुसार नोटिस भेजकर बिजली बिल का भुगतान करने के लिए कहा जाएगा। हालांकि अगर ग्राहक जवाब नहीं देते हैं,तो बिजली की आपूर्ति काट दी जाएगी। इस बीच पिछले कुछ दिनों से भाजपा ने मांग कर रही है कि सरकार बढ़े हुए बिजली बिल को माफ करे। देवेंद्र फडणवीस विधान सभा में विपक्ष के नेता ने एक स्टैंड लिया था कि वह उतना ही बिजली बिल का भुगतान करेंगे जितना वे उपयोग करते हैं। फिर यह देखना महत्वपूर्ण है कि एमएसईडीसीएल के पावर आउटेज में विरोधियों और उपभोक्ताओं की क्या भूमिका होगी।