नई दिल्ली । व्हीएसआरएस न्यूज़ : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों के ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवारों के चयन को लेकर मंथन कर रही है। वहीं, इस बात को लेकर भी अटकलें तेज हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ कहां से चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों के मुताबिक, सीएम योगी अयोध्या से चुनाव लड़ सकते हैं। पार्टी को लगता है कि इस फैसले से उनके कोर मतदाताओं को खास संदेश जाएगा। इसके पहले ऐसी चर्चाएं थीं कि सीएम योगी मथुरा से चुनाव लड़ सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में पल-पल सियासी तस्वीर बदल रही है। योगी आदित्यनाथ कहां से चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर प्रदेश की सियासत में अटकलें लगातार जारी हैं। लेकिन अब उत्तर प्रदेश की राजनीति से एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। नई दिल्ली स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में दो दिन चली मैराथन बैठक में इस पर सहमति बन चुकी है। अब केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद औपचारिक घोषणा होना बाकी है। भाजपा ने संघर्षपूर्ण नजर आ रहे इस चुनाव में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर और योगी के सहारे हिंदुत्व का रंग गाढ़ा कर प्रदेशभर में भगवा लहर चलाने की तैयारी कर ली है।
पार्टी के रणनीतिकार कहे जाने वाले गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव ङ्क्षसह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने एक-एक सीट और दावेदारों के नाम पर चर्चा की। मंगलवार को तीन चरणों में शामिल 170 सीटों पर चर्चा की गई, जबकि बुधवार को वीआइपी नेताओं को चुनाव लड़ाने की रणनीति पर भी मंथन हुआ। सूत्रों ने बताया कि नेतृत्व ने तय किया है कि सीएम योगी अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही अन्य बड़े नेताओं की सीटों पर भी सहमति बन गई है। संभावना है कि गुरुवार को प्रस्तावित केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में इस निर्णय पर अंतिम मुहर लगने के बाद योगी की सीट सहित अन्य प्रत्याशियों की घोषणा पार्टी की ओर से की जाएगी।
गोरखपुर से पांच बार सांसद रहे सीएम योगी पहली बार विधानसभा चुनाव लडऩे जा रहे हैं। वर्ष 2017 में जब भाजपा की प्रचंड बहुमत से जीत हुई, तब वह मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं थे। पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने के बाद विधान परिषद सदस्य के रूप में सदन भेजा। इस बार चुनाव उन्हीं के चेहरे पर लड़ा जा रहा है।