- प्रमंडलस्तर पर होगी नगर निकायों की मॉनीटरिंग
- निदेशालयों और क्षेत्रीय कार्यालयों के गठन से होगा लाभ
- योजनाओं का क्रियान्वयन होगा आसान
- प्रशासनिक कड़ी के रूप में काम करेंगे क्षेत्रीय कार्यालय
पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार के 258 नगर निकायों के कामकाज की मॉनीटरिंग अब प्रमंडल स्तर पर भी हो सकेगी। राज्य के नौ प्रमंडलों में निदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय खुलने से यह निकायों और मुख्यालय के बीच कड़ी का भी काम करेंगे। इसके अलावा मुख्यालय स्तर पर भी नगरपालिका स्वच्छता एवं विकास निदेशालय का गठन किया गया है, जो प्रमुख योजनाओं पर नजर रखेगा। मुख्यालय स्तर पर बनने वाले नगरपालिका स्वच्छता एवं विकास निदेशालय के लिए 62 नए पदों का सृजन किया गया है। निदेशक, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य निदेशालय इसके प्रमुख होंगे। इसके अलावा दो अपर निदेशक, दो संयुक्त निदेशक समेत प्रशाखा पदाधिकारी व लिपिक आदि की बहाली की जाएगी।
कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावी बनाने के लिए मॉनिटरिंग
नगर निकायों की मॉनिटरिंग के लिए प्रमंडल स्तर पर खुलने वाले क्षेत्रीय कार्यालय में उप-निदेशक बैठेंगे। हर प्रमंडल में बिहार प्रशासनिक सेवा के समकक्षीय एक-एक पदाधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए सरकार ने व्यवस्था बनानी शुरू कर दी है। इस पूरी कवायद का लक्ष्य नगर निकायों के कामकाज में पारदर्शिता लाना और उन्हें अधिक प्रभावी बनाना है। नई व्यवस्था में जनप्रतिनिधि अधिकारियों और कर्मचारियों पर नाहक दबाव नहीं बना पाएंगे।
बिहार में अब दोगुने हो गए हैं नगर निकाय
आपको बताते चले कि राज्य में पहले महज 142 नगर निकाय थे जो अब बढ़कर 258 हो गए हैं। नगर विकास एवं आवास विभाग के पास इन नगर निकायों में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ केंद्र प्रायोजित स्मार्ट सिटी, अमरुत योजना, नमामि गंगे योजना आदि के संचालन की भी जिम्मेवारी है। इसके अलावा राज्य सरकार के सात निश्चय के तीन प्रमुख निश्चय की बड़ी जवाबदेही भी नगर विकास एवं आवास विभाग के पास है। निदेशालय और क्षेत्रीय कार्यालय के गठन से इसके क्रियान्वयन और मॉनीटरिंग में भी मदद मिलेगी।