पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों की यात्रा को कैशलेस और तत्काल बनाने के लिए आज (15 दिसंबर) से मोटर चालकों के लिए फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। इसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के तहत आने वाले सड़क टोल प्लाजा पर लागू किया जाएगा। अगर वाहनों पर फास्टैग नहीं है तो भी ड्राइवरों को फास्टैग रूट से गुजरना होगा।
फास्टैग किसके लिए और कहां से मिलेगा?
फास्टैग को एसबीआई,एचडीएफसी,आईसीआईसीआई या ऑनलाइन सहित 25 प्रतिष्ठित बैंक शाखाओं से खरीदा जा सकता है। इसके अलावा यह सुविधा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण,पेटीएम,अमेज़न और माय फास्टैग ऐप के तहत सभी टोल प्लाज़ा पर उपलब्ध है। इसके अलावा फास्टैग बैंक में उपलब्ध है। यह टैग न्यूनतम रुपये से रिचार्ज करके प्राप्त किया जा सकता है। फास्टैग खाते से टोल के पैसे काटने के बाद संबंधित ड्राइवर को अपने मोबाइल पर एक एसएमएस प्राप्त होगा। अकाउंट से रन आउट होने के बाद इसे रिचार्ज कराना होगा। फास्टैग का कार्यकाल पांच साल का होगा। फिर आपको एक नया टैग खरीदना होगा।
कार,जीप,वैन इत्यादि जैसे वाहन फोर क्लास फास्टैग्स से सुसज्जित होंगे। लाइट फ्रेट और कमर्शियल वाहनों को फाइव क्लास के साथ फिट किया जाएगा, थ्री एक्सल कमर्शियल वाहनों को सिक्स क्लास से और बसों और ट्रकों को सेवन क्लास फास्टैग से फिट किया जाएगा।
..थर्ड पार्टी इन्श्यूरंस नहीं
केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने 15 फरवरी 2021 से सभी चार पहियों सहित सभी वाहनों के लिए फास्टैग को अनिवार्य कर दिया है। लेकिन जो ड्राइवर अनुपालन नहीं करते हैं उन्हें थर्ड पार्टी के बीमा की पेशकश नहीं की जाएगी। मंत्रालय इसे अप्रैल 2021 से लागू करने की योजना बना रहा है।
नियम क्या हैं?
* फास्टैग प्राप्त करने के लिए कार मालिक का केवाईसी दस्तावेज,पहचान पत्र,निवास का प्रमाण,वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र और मालिक की फोटो की आवश्यकता होती है।
* फास्टैग को 1 लाख रुपये तक का रिचार्ज किया जा सकता है और बचत खाते से जोड़ा जा सकता है।
* डेबिट-क्रेडिट कार्ड,आरटीजीएस,टैग ऑनलाइन रिचार्ज की सुविधा
* ड्राइवरों को टोल प्लाजा से गुजरते समय गति धीमी करनी होगी।
संकल्पना कब शुरू हुई?
इससे पहले इस संकल्पना को 2016 से शुरू किया गया था। चार अधिकृत बैंकों ने फास्टैग को लगभग एक लाख वाहन मालिकों को वितरित किया। 2017 में यही संख्या बढ़कर सात लाख हो गई। 2018 के अंत में यह संख्या बढ़कर 34 लाख हो गई। इसे 15 दिसंबर 2019 से फिर से सख्ती से लागू करने का आदेश दिया गया था। बाद में फैसला टाल दिया गया था। प्रारंभ में यह टोल प्लाजा के 75 प्रतिशत पर लागू किया गया था। बाकी नाका में टोल चुकाने के लिए नकदी की सुविधा थी। अब नए साल में राजमार्ग प्राधिकरण ने टोल प्लाजा पर सभी लेन पर फास्टैग को लागू करने का निर्णय लिया है और स्पष्ट किया है कि नकद भुगतान करने का कोई विकल्प नहीं होगा।