पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को लेकर सियासत गरमा गई है। विपक्ष के साथ सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने भी कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार संभल नहीं रहा है, इसलिए वे इस्तीफा दें। कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर बीजेपी के सांसदों व विधायकों ने कड़े बयान दिए हैं। रूपेश हत्याकांड को लेकर बीजेपी के सांसद विवेक ठाकुर ने तो नीतीश कुमार की पुलिस पर हमला करते हुए उसे पांच दिन में मामला सुलझा लेने या सीबीआइ को सौंपने का अल्टीमेटम दिया है। उधर, कानून-व्यवस्था के मामले में बीजेपी नेताओं के बयानों पर जनता दल यूनाइटेड ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि नीतीश कुमार को किसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।
कानून-व्यवस्था में कोताही बर्दाश्त नहीं
बीजेपी नेता व कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने पुलिस-प्रशासन को कानून-व्यवस्था के मामले में और सजग रहने के सुझाव दिए हैं। अमरेंद्र सिंह ने कहा है कि सरकार की छवि और सुशासन को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कभी कोई समझौता नहीं किया। कानून-व्यवस्था के मामले में सरकार कोताही बर्दाश्त नहीं करेगी।
सिग्रीवाल ने पुलिस कार्यप्रणाली पर खड़े किए सवाल
बीजेपी के महाराजगंज सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया है। बिहार में लगातार बढ़ रहे अपराध को लेकर भी चिंता जताई है। उन्होंने अपराधियों को गोली मारने की वकालत की है।
यूपी वाला एनकाउंटर मॉडल लागू करने का सुझाव
बीजेपी के छत्तीसगढ़ सह प्रभारी और बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन ने बिहार में सरकार को अपराध नियंत्रण का उत्तर प्रदेश वाला एनकाउंटर मॉडल लागू करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति दिनों-दिन लचर होती जा रही है। सरकार के लिए यह बड़ी चुनौती है। बिहार सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। छपरा के बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर चुके हैं।
पांच दिन में निष्कर्ष दें या सीबीआइ को सौंपें मामला
बीजेपी के राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर ने बिहार में बेतहाशा बढ़ रहे अपराध पर मंगलवार की शाम में ही चिंता जताई थी। विवेक ठाकुर ने घटना को दुखद और गंभीर बताया। उन्होंने अपनी ही सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल भी खड़ा किया। कहा कि शून्य आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है। यह बिहार में एनडीए की सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति हैं। यह बिहार पुलिस पर प्रश्नवाचक चिह्न भी है।
वही विवेक ठाकुर ने कहा पुलिस को तीन से पांच दिन के अंदर निष्कर्ष पर आना ही पड़ेगा। बिहार पुलिस अपनी सक्षमता से स्थिति का जायजा ले और अगर सफलता दूर लगे तो केस को अविलंब सीबीआइ (CBI) को सौंपे। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह हत्या राजनीत से प्रेरित है या राज्य में खौफ पैदा करने की कोशिश है?